*ललितपुर जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत खांदी में स्वच्छता मिशन का बुरा हाल है*
ललितपुर जिले के विकासखण्ड तालबेहट की ग्राम पंचायत खांदी के अन्तर्गत आने वाले रानीपुरा में स्वच्छता मिशन का बुरा हाल है। सड़कों पर व गलियों में कहीं नालियां बह रही हैं, तो कहीं गंदगी के ढेर लगे हैं। यह हाल तब है जब ललितपुर जिले में डेंगू , मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है स्वास्थ्य विभाग लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करता आ रहा है। बावजूद इसके गांवों के मुख्य मार्ग और घरों के आसपास पसरी गंदगी को खत्म करने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही। जबकि सरकार की मंशा है स्वच्छता अभियान के माध्यम से यादगार बनाया जाए लेकिन सरकार की इस मंशा को ग्राम पंचायतों के अंचलों के जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मचारी ठेंगा दिखा रहे है। इससे डेंगू , मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से लोग बीमार हो सकते हैं । साथ ही स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखाया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर हिन्दू धर्म का पर्व नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है जगह-जगह देवी माता की झांकी सजाई गई है उपवास रखे हुए लोग मंदिर तक नंगे पैर जाते हैं लेकिन जगह जगह फैली इस गंदगी से श्रृद्धालुओं को गुजरना पड़ता है इसलिए भी लोगों में आक्रोश है बहुत परेशान नजर आ रहे हैं ।
स्वच्छ भारत मिशन का बेड़ा किस तरह गर्क किया जा रहा है, यह देखना हो तो तालबेहट नगर से सटे खांदी ग्राम पंचायत के वार्ड रानीपुरा मुहल्ले में देख सकते हैं । वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत का नारा दम तोड़ चुका है। ललितपुर जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में लाखों रुपए का बजट भष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है ग्राम पंचायत में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां की गलियां गंदगी से पटी हैं। वहां नियुक्त किए गए सफाई कर्मियों को कई माह से देखा ही नहीं जाता है। वह लापता रहते हैं, सफाई का काम नहीं करना नहीं चाहते हैं। सरकारी तनख्वाह पाने वाले ऐसे स्वच्छता प्रहरियों के भरोसे कैसे होगा सफ़ाई कार्य , सोशल मीडिया नेटवर्क पर गंदगी की वीडियो फोटो भेज जागरूक लोगों ने साफ सफाई करवाने की मांग की है।
*रिपोर्ट - तालबेहट से महेंद्र बुंदेला*
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