""गाजे बाजे के साथ नाराहट में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निकली कलश शोभा यात्रा""
नाराहट/ललितपुर जिले के कस्बे नाराहट में रविवार को खेरे कि माता मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कस्बे में बैंड बाजा के साथ भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई आपको बता दें कि कस्बे के बहुत ही प्रसिद्ध माता जिनको खेरे कि माता के नाम से जाना जाता है। जो शुरू से ही एक चबूतरे पर विराजमान थी जिनका अब बहुत विशाल मंदिर बनकर तैयार हो गया है।
शोभा यात्रा में कस्बे के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और सभी कस्बा वासी शोभायात्रा में नाचते गाते हुए नजर आए कलश शोभा यात्रा के साथ ही नौ दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया कलश यात्रा में रंग-बिरंगे परिधानों में सजी करीब 300 महिलाएं एवं कन्याएं शामिल रही।शोभा यात्रा बीच कस्बे से शुरू होकर राम जानकी मंदिर, हनुमान मंदिर बस स्टैंड से होते हुए खेरे की माता जा पंहुची , कार्यक्रम विद्वान शास्त्री जी की देखरेख में वैदिक मंत्र उच्चारण से विधि विधान पूर्वक कलश उठाए गए एवं जय माता दी के जय घोष करते हुए सैकड़ो की संख्या में लोग साथ चल रहे थे जिधर से भी कलश शोभा यात्रा निकली उधर का पूरा माहौल भक्ति मय हो गया कार्यक्रम के आयोजनकर्ता डॉक्टर अयोध्या प्रसाद सोनी ने बताया कि नवनिर्मित मंदिर में नौ दिवसीय कार्यक्रम में पूरे विधि विधान से विद्वान
आचार्यों पं. कृष्ण किशोर त्रिपाठी जी, एवम् ब्रह्म पं. महेश त्रिपाठी द्वारा माता रानी एवं श्री हनुमान जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा कराई जायेगी एवम् कार्यक्रम के अंत में भंडारा प्रसाद वितरण कराया जायेगा।
कार्यक्रम के मुख्य यजमान डॉक्टर दिलीप कुमार सोनी पूर्व प्रधान नाराहट, सहित डॉक्टर राघवेन्द्र सोनी व पूरा परिवार एवम् कस्बे के लोगों में बाबूलाल शर्मा, जगदीश शरण पुरोहित, जय सिंह बुंदेला, संजू शांडिल्य, बबलू दीक्षित, विक्रांत राजा,राजू घोष,राघवेंद्र यादव, नन्ना यादव, नीतेश , मुन्ना नीरज पाठक,दिव्यांशु पाठक, शुभम्, शैलेश, सर्वेश, रवि नामदेव, हन्नू, अमोल, नरेश, जितेन्द्र, रानू,सौरभ, मोनू कुशवाहा, हल्के, पप्पू, सहित सैकड़ो लोग शामिल रहे।
""मंदिर का हुआ नव निर्माण ""
आपको बता दें कि नाराहट की प्रसिद्ध माता जो खेरे की माता के नाम से जानी जाती हैं जो अभी तक एक चबूतरे पर विराजमान थी, जिनके मंदिर का भव्य निर्माण डॉक्टर अयोध्या प्रसाद सोनी द्वारा कराया गया लोगों द्वारा बताया गया कि डॉक्टर सोनी ने अपने निजी लागत से मंदिर का निर्माण करा कर बहुत ही अच्छा कार्य किया है खेरे की माता की बहुत ही मान्यता है लोग अपनी मनोकामना लेकर उनके पास जाते हैं और माता रानी उनके सभी मनोरथ पूर्ण करती हैं ऐसी प्रसिद्ध माता का मंदिर नहीं था यह हम लोगों के बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात थी मंदिर बनने से सभी कस्बा वासियों में खुशी की लहर है सभी में बड़े हर्षो उल्लास का माहौल है, इस बात को लेकर सभी डॉक्टर सोनी की सराहना कर रहे हैं।।।
रिपोर्ट/देवदत्त पाठक कपिल नाराहट।।।
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