""नाराहट कस्बा अंधेरे की आगोश में
""
नाराहट /ललितपुर जिले के बड़े कस्बे में शुमार नाराहट इस समय फिर से अंधेरे के आगोश में समाया हुआ है नाराहट सहित पूरा क्षेत्र गर्मी के बढ़ते प्रभाव से व्याकुल है और गर्मी के बढ़ते ही नाराहट सहित पूरे क्षेत्र की बिजली व्यवस्था ध्वस्त पड़ी हुई है। एक तो बिजली आती ही नहीं है अगर आ भी जाए तो सिर्फ दिखाबे के लिए ही आती है क्योंकि उसका वोल्टेज इतना लो रहता है कि सिर्फ मीटर की बत्ती ही जलती दिखाई पड़ती है ना कि घरों की बत्ती,घरों के एक छोटा सा बल्ब भी जलते दिखाई नहीं पड़ता है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस बढ़ती हुई गर्मी से लोग व्याकुल है बिजली न आने से कूलर पंखे फ्रिज तमाम तरह के इलेक्ट्रॉनिक आइटम बंद पड़े हुए हैं गर्मी की वजह से लोग व्याकुल होकर अगर अपनी नींद पूरी करने के लिए छत पर भी जाए तो वहां पर मच्छरों के प्रभाव से नींद आना मुश्किल है।
आखिर लोग करे तो करे क्या सिर्फ सरकार से आस लगाए बैठे हुए हैं कि कभी सरकार कि निगाहें हम लोगो तक पहुंचे।
""लो वोल्टेज बनी बड़ी समस्या""
कस्बे कि सबसे बड़ी समस्या लो वोल्टेज है यहां पर बिजली आती भी है तो उसका आना ना आना बराबर है, आलम यह है कि आपको मीटर तो चलता दिखेगा परन्तु घरों में बिजली जलती हुई नही दिखेगी।
इसका क्या कारण हैं यह अभी तक पता नहीं चल सका कि नाराहट में ही यह समस्या क्यों होती है नाराहट के आलावा जिले में कही भी यह समस्या नहीं है छोटे से छोटे गांवों में भी लोग लो वोल्टेज से परेशान नहीं है।
ऐसा नहीं कि यह समस्या अभी हो रही हो यह समस्या पूरे साल में 9 माह बनी रहती है सिर्फ सर्दियों में ठीक रहती जब कि उस समय बिजली कि इतनी आवश्यकता नहीं पड़ती। बिजली का शुरू से यही आलम रहा है। कई सरकारें आईं गई परंतु इस विकट समस्या से निजात दिलाना किसी जनप्रतिनिधि के प्राथमिकी में नही है या किसी सरकार के बस की बात नहीं।
"" सरकार के दावे फेल""
आपको बता दें कि सरकार भले ही विद्युत व्यवस्था सुद्रण के लिए कितने भी दावे करती हो पर नाराहट क्षेत्र हमेशा से विद्युत के लिए जूझता रहा है । चुनाव सिर पर आने के बावजूद भी किसी भी जनप्रतिनिधि को इस बात पर कोई जू तक नहीं रेंगता कि उनकी जनता किस हाल में जीवन यापन कर रही है। जिस क्षेत्र में वोट मांगने के लिए जनप्रतिनिधि जाएंगे वहां के लोगों को किस तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है इस बात से किसी भी जनप्रतिनिधि को कुछ लेना-देना नहीं है ,बस उस समय जनता को सिर्फ आश्वासन देकर वोट ऐंठ कर निकल जाना ही उनकी आदत में शुमार हो गया है।हमेशा से ही नाराहट को आश्वासन के अलावा कुछ भी नसीब नहीं हुआ क्षेत्रीय विधायक मंत्री मन्नू कोरी नाराहट की एक सभा में नाराहट के लिए पावर हाउस की घोषणा करके गए थे जिसके लिए करीब 6 साल बीतने को जा रहे हैं पर अभी तक उस संबंध में कोई भी कार्यवाही अम्ल में नहीं लाई गई। जबकि तत्कालीन प्रधान द्वारा जमीन भी विद्युत विभाग को हस्तांतरित कर दी गई थी,वैसे सरकार कोई भी हो नाराहट हमेशा ही उपेक्षित रहा है।
""शासन प्रशासन के लोग एक रात्रि बिता कर दिखाएं क्षेत्र में""
लोगों का कहना है कि शासन प्रशासन के लोग सिर्फ एक दिन भी यहां पर बिता कर दिखाएं तब उन्हें एहसास होगा कि यहां के लोग बिना बिजली के कैसे जीवन यापन कर रहे हैं लोगों का कहना है कि आप लोग तो बिना ए.सी. बिजली के एक दिन भी नहीं रह पाते हैं आप तो 24 घंटे बिजली में रह रहे और यहां की जनता बिना बिजली के जीवन जीने को मजबूर है । हम गरीब जनता को सिर्फ बिजली कि व्यवस्था करा दें जिससे इस सड़ी गर्मी में दिन तो ठीक रात ही अच्छे से गुजर सके।
""व्यापारियों का व्यापार ध्वस्त""
कई दिनों से बिजली नहीं आने से व्यापारियों का व्यापार बंद पड़ा हुआ है और हजारों रूपयो का घाटा पड़ रहा है मिठाई की दुकानों और दूध डेयरी बालों को बिजली नहीं आने से उनके द्वारा बनाए गए मीठा एवं दूध सहित डेयरी के उत्पाद खराब हो रहे हैं जिससे उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। साथ में इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उनका व्यापार बिजली से ही चलता है अब उनके टीवी कूलर फ्रिज कोई भी सामान नहीं बिक पा रहे हैं क्योंकि जब बिजली आएगी ही नहीं तो कैसे कोई इन चीजों को खरीदेगा।
रिपोर्ट/ देवदत्त पाठक कपिल नाराहट।।।
No comments:
Post a Comment