"" सात साल की मासूम ने लगाया छेड़छाड़ करने का आरोप
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नाराहट/ललितपुर जिले के थाना नाराहट अंतर्गत एक गांव में सात साल की किशोरी के साथ गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। गांव के एक व्यक्ती ने बुरी नियत से एक किशोरी को पकड़कर अपने घर के अंदर खीच कर ले गया और बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने लगा तो बच्ची चिल्लाकर भाग आई।बच्ची के पिता ने नाराहट थाना प्रभारी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि मेरी सात साल कि बच्ची विगत रात्रि करीब सात बजे गांव की एक दुकान पर सामान लेने के लिए गई तो बहा पर मौजूद दुकानदार ने मेरी बच्ची का हांथ पकड़कर बुरी नियत से अंदर खींचकर ले गया और छेड़छाड़ करने लगा तो बच्ची चिल्लाकर भागी और घर आकर अपनी मां को और मुझे सारी घटना की जानकारी दी ।इसका उलहाना देने जब में उसकी दुकान पर गया तो बह मुझसे गाली गलौज करने लगा और मारने पीटने को आमादा हो गया इसी बीच इसके तीन साथी इसका सहयोग करने को आ गए उन्होंने भी मेरे साथ गाली गलौज करते हुऐ धक्का मुक्की करने लगें और कहा कि अगर तुमने और शोर मचाया तो तुझे जान से खत्म कर देंगे तभी गांव के लोग आ गए और उन्होंने बीच बचाव किया। थाना नाराहट पुलिस द्वारा मामले को संज्ञान लेकर पीड़िता के पिता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर नामजद आरोपी के खिलाफ़ 354(क), 342, 352,504,506, तथा 9/10 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी।
""थाने में तैनात मुंशी पर प्रार्थना पत्र बदलवाने काआरोप ""
आपको अवगत करा दे कि पुलिस के पास कोई भी फरियादी अपनी फरियाद लेकर जाते है तो बहा तैनात कर्मचारी उसको देखते ही उसकी जो शिकायत होती है उसको नजर अंदाज कर खुद अपने हिसाब से प्रार्थना पत्र लिखवा लेते है।
ऐसा मामला अभी प्रकाश में आया है फरियादी ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब में अपनी बच्ची को लेकर नाराहट पुलिस के पास गया तो पहले तो पुलिस ने मेरा प्रार्थना पत्र ले लिया और उसकी रसीद नही दी फिर उसके बाद जब में दुबारा सुबह थाने में गया तो बहा पर तैनात राजेंद्र बहादुर मुंशी ने मुझे शिकायती पत्र बदलने का दवाब बनाया कहने लगे कि तुम मेरे हिसाब से प्रार्थना पत्र लिख कर दो , जब मैने कहा कि में नही बदलूंगा फिर थाना प्रभारी के कहने पर मेरा प्रार्थना पत्र लिया गया
आगे आपको बताएं कि इस तरह का यह पहला मामला नहीं है थाने में जानें वाले हर फरियादी को इस तरह से परेशान किया जाता हैं, अभी कुछ दिन पहले एक ऑडियो बायरल हुआ था जिसमे थाना नाराहट पुलिस द्वारा फरियादी को प्रार्थना पत्र बदलबाने का जिक्र किया गया था। यहां विचारणीय बात यह है कि बाबा कि सरकार में जहां अच्छे अच्छे अपराधियों के हौसले पस्त पड़े हुए है और पुलिस की ऐसी कार्यशेली से अपराधियों के हौसले को बल ना मिले तो क्या मिले।
उच्चाधिकारियों को चाहिए कि अगर इसमें सच्चाई है तो जांच कर उचित कार्यवाही करना चाहिए ताकि पुलिस के कार्यशेली पर सवाल खड़े ना हो सके।
रिपोर्ट/देवदत्त पाठक कपिल नाराहट।।।
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