नाराहट (ललितपुर)। नाराहट ललितपुर जिले के कस्बे नाराहट में थाने के पास बने नए मकान में अमर राठौर की ओर से भागवत कथा आज से आयोजित की जा रही है। जिसका समापन 15 अक्टूबर को होगा एवं रोजाना कथा का आयोजन दोपहर 2:00 बजे से 6:00 तक होना है। कथा से पूर्व एक भव्य कलश यात्रा गाजे बाजे एवं बैंड बाजे के साथ निकाली गई।
जिसमें कस्बे से सैकड़ो की तादाद में श्रद्धालुओं ने भाग लिया एवं श्रद्धालु नाचते गाते नजर आए।
कस्बे के घर-घर से श्रीमद् भागवत का पूजन फूल मालाओं के साथ किया गया।
कथामृत से पापों का होता नाश
कथा व्यास श्री ऋषि गुरु जी महराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत महापुराण ऐसी कथा अमृत है जो देवताओं के लिए भी दुर्लभ है ।
इसलिए पारीछत ने स्वर्गामृत के बजाय कथामृत की ही मांग की, क्योंकि इस कथामृत का पान करने से समस्त पापों का नाश हो जाता है।
कल्प वृक्ष है भागवत
कथा व्यास ने कहा कि व्यास जी कहते हैं कि श्रीमद् भागवत कथा एक कल्पवृक्ष की भांति है।जो जिस भाव से कथा श्रवण करता है,वह उसे मनोवांछित फल देती है और यह निर्णय हमारे हाथों में है कि हम संसार की मांग करते हैं या करतार की।
अंत में शिष्यों का मधुर भक्तिमय भजन सुनकर सभी श्रद्धालु झूम उठे।।
रिपोर्ट –देवदत्त पाठक कपिल नाराहट
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