**धौर्रा के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर
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ग्राम प्रधान की उदासीनता कहे या तानाशाही*
विकासखंड बिरधा की ग्राम पंचायत के वार्ड नं-एक से आबादी से मुख्य मार्ग व आसपास के लगे ग्रामों को जाने वाले रास्ते मे इतना भयंकर बदबूदार खीचड़ सकड़ पर भरा हुआ है कि कैसे भी निकलना बड़ा मुश्किल होता है लेकिन ग्राम प्रधान धौर्रा की उदासीनता कहे या तानाशाही की इस समस्या के बारे में कई बार समाचार प्रकाशित किया गया और कई बार ग्रामीणों द्वारा शिकायत भी की गई लेकिन इस भयंकर जनसमस्या पर कोई कार्यवाही नही की गई जबकि इस रास्ते से प्रतिदिन सैकड़ो विद्यार्थी,राहगीर व रेल यात्री आदि का निकलना होता है और वही दूसरी और आसपास के मोहल्लों में इस गन्दगी से व इससे पनप रहे मच्छरों से लोग परेशान हैं तो वही ग्रामीणों को संक्रमण का भी खतरा बना हुआ है!
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