""चंडी माता मंदिर नाराहट में जवारों का हुआ विसर्जन
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नाराहट/ललितपुर जनपद के कस्बे नाराहट में शुक्रवार को दुर्गा पंडालों में सुबह से ही हवन पूजन शुरू हो गया था। इसके बाद जवारों के विसर्जन के लिए चंडी माता मंदिर पर भीड़ उमड़ने लगी और दिन भर हजारों कि संख्या में भक्त भक्ति मे लगे रहे । मां के भक्त मुंह में वाना छिदवाकर जवारे विसर्जन शोभायात्रा में निकले। महिलाएं, युवतियां, बालिकाएं अपने सिर पर जवारे के खप्पर रखकर चल रही थीं। विभिन्न देवी मंदिरों एवम् घरों से जवारों की शोभायात्रा चंडी माता मंदिर पहुंची। पूजा- अर्चना के बाद जवारों का विसर्जन किया गया चढ़ाए गए। चंडी माता मंदिर क्षैत्र का बहुत ही प्रसिद्ध मन्दिर है,जहां पर नाराहट क्षेत्र के ही नही बल्कि बहुत दूर दूर से श्रद्धालु आते रहते हैं, और खासकर नवरात्र में तो जवारे लेकर तो हजारों की संख्या में भक्त आते है और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए अर्जी लगाते है मां सभी भक्तो पर अपनी कृपा बरसाती है।
""मची रही नवरात्री में धूम ""
शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर कस्बे में जगह जगह मां के झाकियां सजाई गई है।जिसमे सारा कस्बा भक्ति में डूबा हुआ है। भक्त व्रत रखते हुए माता रानी के बड़ी विधि विधान से पूजा अर्चना कर रहे हैं सनातन धर्म में नवरात्री का त्योहार मुख्य त्योहार में से एक है। मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का विधान है कस्बे में कई जगह पंडाल लगाए गए हैं। जिसमे मुख्य आकर्षण का केन्द्र चिनौना धाम मंदिर में सजी मां की झांकी है। इसके अलावा बस स्टैंड के पास मां काली की झांकी सजाई गई है जो कस्बे की सबसे पुरानी पंडाल है जो करीब पैंतीस वर्षो से लगातार मां काली की झांकी सजाई जा रही। इसके साथ चिनोना धाम,मैन बाजार, करुआ देव मंदिर, कबराटा, फूलबाग मुहल्ला, सहित कस्बे में कई जगह पंडाल लगे हुए है जिसमे मैन बाजार में एक बड़ी झांकी सजाई गई जिसको व्यापारीयों द्वारा एक समिति गठित कर सजाई जाती है।
""चिनौना धाम मंदिर पंडाल रहा आकर्षण का केन्द्र ""
विंध्याचल पर्वत पर बने देवी मां मंदिर जो चिनौना धाम के नाम से जाना जाता है। जहा पर हर वर्ष कि भांति इस वर्ष भी मां का पंडाल लगाया गया है जो बहुत ही आकर्षण का केन्द्र है , क्यों कि चिनौना धाम विंध्याचल पर्वत कि चोटी पर स्थित है, जिसपर झांकी सजने पर पूरे कस्बे में एक अलग ही माहौल बनता है पर्वत पर झांकी की सजावट से लगता है कि जिसे सारा कस्बा में घर घर मां की झांकी सजाई गई हो। जहा पर भक्तो का तांता लगा रहता है। दहाड़ते हुए शेर पर सवार ममतामई मां के सौम्य स्वरूप के दर्शन को भक्त सुबह शाम जाकर मां को जल चढ़ा , पूजा अर्चना कर अपनी अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए अर्जी लगाते है, और मां सभी भक्तो की अर्जी स्वीकार कर भक्तो कि मनोकामना पूर्ण करती है,। चिनौना धाम पर अष्टमी को भव्य सुंदर कांड पाठ का आयोजन हुआ जिसने सभी भक्तो ने भाग लिया। चिनौना धाम में बने मंदिर की स्थापना कस्बा निवासी डॉक्टर अयोध्या प्रसाद सोनी ने कराई थी। जिसमे हर वर्ष लगने वाले पंडाल की सारी व्यवस्था इन्ही के द्वारा कराई जाती है।कस्बे में लगी झांकियों में नित कोई ना कोई धार्मिक आयोजनो में कही सुंदर कांड तो कही गायकों द्वारा माता के भजन सहित बुंदेली में भक्ते, गोटे, जैसे धार्मिक कार्यक्रम हो रहे है।
रिपोर्ट/देवदत्त पाठक कपिल नाराहट।।।
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