पर्यूषण पर्व के लिए तैयारियां पूर्ण, धार्मिक अनुष्ठानों के साथ होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम। - newsgoldsmithtimes

TIME

gold smith times newsgoldsmithtimes आप सभी का आपके पसंदीदा वेब न्यूज़ गोल्ड स्मिथ टाइम में हार्दिक स्वागत है ############################## ​ ################################ अपके आस पास की छोटी बड़ी हर खबर कोे दिखाएंगे हम आपके लिए आपके हक की आवाज बनेगे हम। आपका अपना गोल्ड स्मिथ टाइम्स साथ ही साथ हम दे रहे हर उन भाई बहन को एक सुनहरा मौका जिनमें हुनर है देश का आईना बनने की जिनमे हुनर है भ्र्ष्टाचार का खुलासा करने जिनमे हुनर है देश के लिए कुछ कर दिखाने की जिनमें हुनर है अपना नाम ऊंचा करने की जिनमे हुनर है झूठ का पर्दा उठाने की ऐसे ही उन भाई बहनों को हम उनके अपने मीडिया में जगह जिसका नाम है इंडिया टीवी 7 जनता की ताकत में बिल्कुल निःशुल्क अभी फोन उठाये ओर संपर्क करे- +917007323622
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने के लिये सब्सक्राइब पर क्लिक करे

Breaking

अपने किसी भी प्रकार के समाचारों एवं विज्ञापन संबंधित सुझावों के संपर्क करे INDIA TV 7 JANTA KI TAKAT EDITOR IN CHIEF POONAM PANDAY CONTACT NUMBER - +918530506259 या ईमेल करें indiatv7janatakitakat@gmail.com पर, INDIA TV 7 JANTA KI TAKAT को आवश्यकता है संपूर्ण भारत के सभी जिलों पर संवाददाताओं की, इच्छुक व्यक्ति संपर्क करे +918530506259

Total Pageviews

Wednesday, 27 August 2025

पर्यूषण पर्व के लिए तैयारियां पूर्ण, धार्मिक अनुष्ठानों के साथ होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम।

 पर्यूषण पर्व के लिए तैयारियां पूर्ण, धार्मिक अनुष्ठानों के साथ होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम।



गुरुवार को क्रोध कषाय छोड़कर उत्तम क्षमा धर्म को धारण करने की प्रेरणा देगा दशलक्षण का प्रथम दिन।


तालबेहट(ललितपुर) सिद्ध क्षेत्र पावागिरि सहित कसबे के दोनों जैन मंदिरों में गुरुवार से शुरू हो रहे जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गयीं हैं। भारतीय जैन मिलन वासुपूज्य जिनालय शाखा के अध्यक्ष विशाल जैन पवा ने बताया कि 10 दिन चलने वाले इस पर्यूषण पर्व में उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, शौच, सत्य, संयम, तप, त्याग, आकिंचन और ब्रह्मचर्य धर्म की साधना के साथ विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जायेगा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। माघ, चैत्र और भाद्र पद तीनो माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी से प्रारम्भ होकर चौदस तक चलने वाले पर्यूषण पर्व जैन धर्म में बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं। लेकिन चातुर्मास की बेला में पड़ने के कारण भाद्रपद मास में इसका महत्त्व और अधिक बढ़ जाता है। यह आध्यात्मिक पर्व आत्मशुद्धि, तप, स्वाध्याय, ध्यान और क्षमा का विशेष अवसर प्रदान करता है। गुरुवार को दशलक्षण का प्रथम दिन क्रोध कषाय छोड़कर उत्तम क्षमा धर्म को धारण करने की प्रेरणा देगा। इन दस दिनों में जैन धर्माबिलाम्बी आत्म कल्याण की भावना से प्रतिदिन के पापों का प्रायश्चित प्रतिक्रमण एवं व्रत-उपवास कर धर्म साधना करते हैं।

No comments:

Post a Comment

पेज