पावागिरि में वार्षिक मेला के दूसरे दिन निकले विमान।
गजरथ वेदी पर हुआ कलशाभिषेक-शांतिधारा का आयोजन।
क्षेत्र की प्राचीनता एवं वार्षिक मेला की महिमा अपरम्पार है- मुनि सुव्रत सागर
तालबेहट(ललितपुर) वीर बुंदेलखंड के प्रसिद्ध दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में वार्षिक मेला के दूसरे दिन शनिवार को परम तपस्वी वात्सल्य मूर्ति बुंदेली संत मुनि सुव्रत सागर महाराज एवं मुनि संयम सागर महाराज के मंगलमय ससंघ सानिध्य में सुबह चमत्कारी बाबा मूलनायक भगवान पारसनाथ स्वामी एवं त्रिकाल चौबीसी के मूलनायक मुनिसुव्रतनाथ स्वामी का मस्तिकाभिषेक शांतिधारा का आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पुण्यार्जन किया। दोपहर की बेला में बाल ब्रह्मचारी संजय भैया मुरैना के निर्देशन में जल विहार के कार्यक्रम में श्रीजी की भव्य शोभायात्रा निकली, जिसमें मुनि संघ, चिंतामणि पारसनाथ स्वामी को विमान में लेकर श्रद्धालु, डी जे बैड की धार्मिक धुनों पर धर्म ध्वजा लेकर नृत्य करते युवा एवं मंगल गीत गाती हुई महिलाएं चल रही थी। शोभायात्रा मन्दिर के मेला प्रांगण से गजरथ वेदी पर पहुंची जहाँ आचार्य विद्यासागर एवं आचार्य समय सागर महाराज का चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन ओमप्रकाश एड ओरछा ने किया। ध्वजारोहण एवं मुनि श्री का पाद प्रच्छालन अरविन्द कुमार विकास भंडारी कड़ेसरा ने किया। मुनि संघ को शास्त्र भेंट सिंघई सुरेश जैन बबीना ने किया। मंगलाचरण ब्रह्मचारिणी विनीता दीदी डिप्टी कलेक्टर निवाड़ी ने किया। मुनि संयम सागर महाराज ने कहा सिद्ध भूमि पर धार्मिक क्रियाओं के द्वारा प्रभु की आराधना कर निश्चित ही सिद्धत्व को प्राप्त कर सकते हैं। मुनि सुव्रत सागर महाराज ने अपने मंगल प्रवचन में आत्म कल्याण के लिए धर्म की साधना करने को कहा। उन्होंने क्षेत्र की प्राचीनता एवं वार्षिक मेला की महिमा का गुणगान कर सम्यक दर्शन के प्रभावना अंग का व्याख्यान करते हुए विमानोत्सव का महत्व बताया। मुनि श्री ने कहा 55 वर्ष के इतिहास में इस सिद्ध भूमि पर चार पंचकल्याणक हुए हैं और शीघ्र ही 5वाँ पंचकल्याणक सम्पन्न होगा। पं. विनोद कुमार शास्त्री के नेतृत्व में वार्षिक कलशाभिषेक शांतिधारा की क्रियाएँ अभय जैन विरधा, सुरेश जैन बबीना, आनंद जैन पवा, प्रशन्न कुमार, अशोक जैन आदि ने सम्पन्न की। अजय जैन पवा ने छत्र चढ़ाया, अमित कुमार आशीष जैन बबीना, राजेंद्र जैन बसई, सुभाष जैन कड़ेसरा, सजल जैन झाँसी ने चमर ढोरे। फूलमाल के कार्यक्रम में उत्तम चंद्र प्रदीप जैन एड पवा, गौरव जैन विरधा, अरुणा जैन कड़ेसरा ने प्रमुख भूमिका निभायी। मंगल आरती राजकुमार विकास जैन पवा ने उतारी। रात्रि में प्रदीप जैन एंड पार्टी ललितपुर के मधुर संगीत में मंगल आरती, शास्त्र प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विनय जैन राजा, नेमीचंद जैन सहित निकटवर्ती सकल दिगम्बर जैन समाज एवं क्षेत्र प्रबंध समिति का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन पुरा एवं आभार व्यक्त मंत्री जयकुमार कन्धारी एवं उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा ने संयुक्त रूप से किया। कोषाध्यक्ष उत्तम चंद्र जैन बबीना एवं अक्षत जैन पवा ने संयुक्त रूप से बताया 9 नवंबर रविवार को चमत्कारी बाबा मूलनायक पारसनाथ भगवान एवं चौबीसी के मूलनायक चंद्रप्रभ भगवान का महामस्तिकाभिषेक दोपहर की बेला में क्षेत्र का वार्षिक अधिवेशन उपरांत विमानोत्सव एवं रथयात्रा कार्यक्रम में श्रीजी की भव्य शोभायात्रा निकलेगी एवं पाण्डुकशिला पर वार्षिक कलशाभिषेक फूलमाल के साथ स्वर्णभद्रादि मुनिराजों का निर्वाण महोत्सव मनाया जायेगा।



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